चित्रकूट। महात्मा गांधी चित्रकट ग, । म । द य विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में प्रदेश के र जय प । ल । कलाधिपति लालजी टंडन ने 42 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, 121 शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि एवं स्नातक-परास्नातक स्तर के विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। बुधवार को राज्यपाल लालजी टंडन ने दीक्षांत समारोह 2020 की अध्यक्षता करने हुए कहा कि डिग्री पाने के बाद युवा नए रास्ते पर चलने की कोशिश करता है। वह चाहता है कि पूरे स्वाभिमान के साथ इस नवीन रास्ते में उसे मान, सम्मान, पद, प्रतिष्ठा और पैसा मिले, यह अच्छी बात है। केवल नौकरी से ही पूरी तरह यह सब संभव नहीं हो सकता। नव स्नातक उपाधि धारकों को उन्हें अपने पास उपलब्ध ज्ञान, विज्ञान और तकनीक का उपयोग इस प्रकार करना चाहिए कि वह देश के नवनिर्माण में भी भागीदारी बन सकें। दीक्षांत समारोह में बंगलोर के चेयरमैन पद्मश्री प्रो वीरेंद्र सिंह चौहान, कुलपति प्रो नरेशचंद्र गौतम, कुलसचिव डॉ राकेश कुमार चौहान, प्रो वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि किसी के काम की नकल से अच्छा है कि हम हर काम के करने की नवीन तकनीकों को ढूंढ कर प्रभावी बनावे। स्वामी विवेकानंद की जीवन शैली उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महापुरुषों को ठीक ढंग से पढ़ना और उनके कार्यों का अनुसरण करना चाहिए। इस दौरान दीक्षांत समारोह मंच से एसोसिएट प्रो डॉ वंदना पाठक ने लिखित केमिस्ट्री टेक्निक्स पुस्तक का विमोचन कराया। पुरातन छात्र इं नीलांशु चतुर्वेदी का लगातार दो बार से चित्रकूट क्षेत्र का विधायक निर्वाचित होने, अनामिका दुबे यूपीपीएससी की सहायक प्राध्यापक इतिहास परीक्षा में प्रथम स्थान पाने, इं शुभम मिश्रा द्वारा सॉफ्टवेयर स्टार्टअप के सफल क्रियान्वयन के लिए सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया। शोध उपाधि प्राप्त करने पहुंचे डॉ दीपक राय भोपाल ने अपनी स्व लिखित सोशल मीडिया पुस्तक समर्पित किया। एमएफए के छात्र संगम सागर राज्यपाल की हस्त निर्मित व्यक्ति चित्र का निर्माण कर उन्हें समर्पित किया। इसी प्रकार बीएफएक-एक छात्र अभिलाष पद्मश्री प्रो वीरेंद्र सिंह चौहान की प्रतिकति बनाकर सौंपीसंचालन उप कलसचिव डॉ कसम कुमारी सिंह ने किया।
ग्रामोदय के दीक्षांत समारोह में 42 को स्वर्ण पदक, 121 को शोध उपाधियां राज्यपाल ने बांटी