फतेहपर। डलमऊ रोड पक्का तालाब इलाके में फैली गन्दगी के कारण मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है। संक्रामक बीमारियों ने डेरा डालना शुरू कर दिया है। घर-घर लोग बीमार हो रहे हैं। नगर पालिका परिषद की सफाई व्यवस्था पर स्थानीय लोगों द्वारा सवाल खडे किये जा रहे हैं। पक्का तालाब इलाके में फैली गन्दगी से बढ़ रहे मच्छरों के प्रकोप पर स्थानीय नागरिकों में कमल कुमार का कहना रहा कि पालिका के सफई विभाग द्वारा दिखावा किया जाता है। जिससे सफाई व्यवस्था की जमीनी हकीकत दावों से अलग नजर आती है। पिन्टू का कहना रहा कि सफाई निरीक्षक व सफाई नायकों द्वारा देखरेख करने के बजाय मात्र औपचारिकता निभाई जाती है। यही कारण है कि सफई पर पूरा फेकस होने के बाद भी हालात बद से बदतर हो रहे हैं। जमील का कहना रहा कि गन्दगी का आलम यह है कि बजबजाती नालियों में मच्छरों की बढ़ती संख्या को देख सकते हैं। इन्हीं मच्छरों द्वारा संक्रामक बीमारियां पैर फैला रही हैं। पालिका का सफई विभाग कागजों में शहर को स्वच्छ रख रहा है। सागर साहू का कहना रहा कि जिम्मेदारों द्वारा अपना काम न करके पब्लिक पर अपनी जिम्मेदारी थोपकर पीछा छुडाने का अच्छा बहना मिला हुआ है। जबकि यह सही नहीं है। जिम्मेदारों द्वारा अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उधर उक्त गन्दगी को लेकर उद्योग व्यापार मण्डल के संस्थापक एवं अध्यक्ष किशन मेहरोत्रा ने अपनी कमेटी के पदाधिकारियों के साथ जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपा हैअवगत कराया कि स्वच्छ पेयजल व रास्तों एवं नाले-नालियों की नियमित साफ सफई की जिम्मेदारी पालिका प्रशासन की है। ध्यान न दिये जाने से शहर के अनेक हिस्सो में बजबजाती नाले नालियों में पलने वाले मच्छर आम व साधारण नागरिकों को अनेक बीमारी दे रहे है. जो जनलेवा भी साबित हो सकती है। पालिका टाग नटलों ने प्रकोप की रोकथाम हेतु कोई कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है। इससे स्वच्छ भारत का सपना चकनाचा हो रहा है।सापन लेने वालों में कया कमार तिवारी उदय प्रताप सिंह. चन्द्र प्रकाश, बल्ल गप्ता अनिल वर्मा श्रवण दीलित मनोज साह सेराज अहमद खान, अशरफ अली समीत सिंह उपस्थित रहे।
पक्का तालाब इलाके में फैली गन्दगी से बढा मच्छरों का प्रकोप